Wednesday, July 30, 2008

रात की इस 'खामोशी' मे

इस तन्हा रात की 'खामोशी' मे मै तुझ से बाते करता हूँ
रात की इस 'खामोशी' मे िसर्फ तेरी ही राह मैं तकता हूँ !!
तेरे प्यार मे 'तनु' मैंने ज़माने को भुला िदया अब
लेिकन तुझसे कभी िगला िकया बता मैंने कब !!
मेरा हर िदन शुरू होता है बस तेरे ही नाम से
मेरी िंजदगी ख़तम हो तो बस तेरे ही नाम पर !!
मेरे िंदल मे इक तम्मना है जो पूरी हो जाये कभी
मेरी जान जाये उस वक़्त तेरी गौद मे सर हो जभी !!