Saturday, October 18, 2008

जीने का राज


यूँ लगता है रह पाउँगा मै अब बिन तेरे
क्या
फर्क पड़ता है हमने लिए नही जो फेरे !!
रिश्ता है ये रूह का ये दोनों जानते है हम
आओ खुशिया बांटे जीवन मे रहे न कोई गम !!
कल के भरोसे रहे न हम जी लें जिंदगी आज
जान गए हम खुशियों से जीने का यही है राज !!
इक दूजे बिन रह नही पाते सच जान गए हम
खुशियों को बांटो और भूल दो सारे गम !!