Wednesday, December 3, 2008

तेरी धड़कन


कहीं अकेला न मर जाऊँ
कोई दे जा याद सिन्धुरी
तुझे बिन देखे रह नहीं सकता,
है मेरे नैनो की मजबूरी!!
तूं लाख कोशिश कर ले
बन नींद तेरी आँखों मे रढ़कुंगा
आसानी से नहीं भूलेगी तूं
तेरी धड़कन बन के धड्कुंगा!!
तेरे बिन मै न जी पाउँगा
ये मुझे भी है पता जानती है तूं भी
न पा सका तुझे तो मर जाऊंगा
जिंदगी बेमतलब थी यूं भी !!