Sunday, January 18, 2009

दस्तूर है जिंदगी


ऐ दिल ऊँची इमारतों के ख्वाब न देख
आयेगा भूचाल तो खतरा है गिरने का !!
मिल कर बिछुड़ना दस्तूर है जिंदगी का
बस यही किस्सा मशहूर है जिंदगी का!!
बीते हुए पल कभी वापिस नहीं आते
यही तो सब से बड़ा कसूर है जिंदगी का!!