Tuesday, January 20, 2009
प्यार के वास्ते
तरस जाओगे तुम महफिले वफ़ा के वास्ते
किसी से प्यार न करना खुदा के वास्ते !!
जब लगेगी मुहब्बत की अदालत इक दिन
अकेले तुम ही चुने जाओगे सज़ा के वास्ते !!
न करो ज़ुल्म मुझ पर खुद पर इस कदर
न सहो सब कुछ यूं तुम खुदा के वास्ते !!
बदलो खुद को मेरी खातिर ही सही
खुश रहो हमेशां मेरे हमारे प्यार के वास्ते !!