Thursday, February 11, 2010

ज़हर

तेरे जाने के बाद
हमने हाल क्या बना लिया

ढूँढ़ते थे फूल
हाथ काँटों को लगा लिया !

दिल कि प्यास
बुझाने के ख्याल से

पानी के बदले
ज़हर होंठो को लगा लिया