Sunday, March 22, 2009

मेरी हर घडी इंतज़ार मे गुज़री
उसके बाद उसकी याद मे गुज़री
मै एक फूल था मुझे रख के भूल गए
मेरी सारी उम्र उनकी किताब मै गुज़री

Sunday, March 15, 2009

प्रीत लगनी छोड़ दी


रात जाग के बितानी छोड़ दी
बात दिल पर लगानी छोड़ दी
उसके साथ प्यार करके ये सिखा
गुढी प्रीत किसी से लगानी छोड़ दी

Wednesday, March 11, 2009

तू मेरी रूह हो


खुदा मरने पर पूछे ख्वाइश मेरी
मेरी आखिरी ख्वाइश तू हो
बोल न हो जुबां के पास
तेरे घर की तरफ मेरा मुँह हो
हाथ लगा के देख मेरी धडकनों मे
मेरी साँसों मे तू ही तू हो
मांगू अगले जनम मे भी तुझे
मैं जिस्म और तू मेरी रूह हो

Thursday, March 5, 2009

प्यार मे गुनाह


रस्मों रिवाजों की जो परवाह करते हैं
प्यार मे वो लोग गुनाह करते हैं !!
इश्क वो जनून है जिस में
दीवाने अपनी ख़ुशी से खुद को बर्बाद करते हैं !!
परवाह करते हो इस ज़माने की क्यों
खुद को पाक कहने वाले ही गुनाह करते हैं !!
"तनु" शायेद हम भी उनमें से ही हैं जो
खुद को भला और दूसरो को बुरा कहते हैं !!