Sunday, August 31, 2008

छोडो नफरतें

चाह कर भी अपनी परछाईं से भाग न पाओगे
जहा भी जाओगे साये की तरहं मुझे साथ पाओगे !!
मेरी दीवानगी की हद इस कदर बढने लगी है
तूं अब पास मेरे और पास आने लगी है !!
प्यार की हर हद आ आज पार कर जाएँ
तू मेरे और करीब आ इक दूजे मे समा जाएँ !!
भूल जाएँ आज ज़माने को इस कदर हम
खुश हो इतना की छू न पाए अब कोई भी गम !!
आ आज दे ज़माने को भी िमलकर ये पैगाम
छोडो नफरतें आज उठालो प्यार का ये जाम !!

Saturday, August 30, 2008

दूसरा जनम

शाम होते ही परछाइयों के कद लम्बे होने लगे
आज िफर से वो मेरे खयालो मे खोनेे लगे !!
प्यार का इज़हार तो कब का हो चूका
अब तो प्यार मे जीने मरने के वादे होने लगे !!
तेरे िबना जीना अब मुमिकन नहीं है मेरा
मेरे िबना भी जीना आसान नहीं है तेरा !!
आ आज वादा करें िमलकर इक दूजे से हम
जी न सके साथ अगर तो लेंगे दूसरा जनम हम !!

Friday, August 29, 2008

मेरे जज़्बात मेरी आवाज़

कभी कभी सोचता हूँ मैं जाग रहा हूँ
तुझे कैसे नींद आ जाती होगी
तूं जागे या सोये लेकिन मैं जानता हूँ
तुझे मेरी याद हर पल सताती होगी !!
खुद से उपर उठ कर सोचना चाहा
जब मैंने तेरी याद और भी सताने लगी
लाख कोशिशें की तुने मुझे से दूर जाने की
तूं और पास मेरे बहुत पास आने लगी !!
तेरी चुप से मेरे दिल पर क्या गुज़रती है
मेरी चुप ने तुझे अहसास दिलाया तो होगा
आज मेरी आवाज़ न सुन पाई है तूं
तेरे दिल मे बुरा ख़याल आया तो होगा !!
डर से तेरी रूह कांप गयी होगी आज
तू तड़प रही है सुनने को मेरी आवाज़
इधर भी कुछ ऐसे ही हैं हालात
तड़प मे भी रहा हूँ काबू मे नहीं जज़्बात!!

Wednesday, August 27, 2008

तेरी जिद

तेरी नज़रों मे मेरी हैसीयत क्या है ये जान गया
मेरी ज़मीन मेरा आसमान क्या है ये जान गया !!
किस कदर ग़लतफहमी मे जी रहा था अब मालूम हुआ
फिर क्यों कहते है की जब जागो तभी सवेरा हुआ !!
टूट कर तुझे प्यार किया मैंने ये तुझे भी पता था
तेरी इन बातों का असर क्या होगा ये भी पता था !!
मौत की तरफ मै बढता चला गया अहिस्ता अहिस्ता
मेरे लिए अब यही सब लगने लगा है गुलिस्ता !!
तेरी जिद मेरी जान लेकर रहेगी ये बताया था तुझे
तेरे बिना मै जी न पाउँगा मौत बुला रही है मुझे !!

Thursday, August 21, 2008

नफरतें

जिंदगी की राहें कभी मुश्किल हैं कभी आसान
जिस तरफ भी देखो यहाँ सभी हैं परेशान !!
किसी को पैसा चाहिए किसी को प्यार यहाँ
जिंदगी की इस दौड़ मे अब फुर्सत है कहाँ !!
ख्वाइशों बदती जा रही हैं इस दौर मे आजकल
लेकिन मे जिंदगी जीना चाहता हूँ तेरे साथ हरपल !!
ज़माना नफरतें फैला रहा है जिस तरफ भी देखो
किसी को आग लगाओ किसी पर पत्थर फैंको !!
यही चलन बन गया है इस नादान ज़माने का
पागल कहते है लोग लिखना काम मुझ दीवाने का !!

रूह का प्यार

ये कैसी उलझन ये कैसी कशमकश है इस पल
क्यों तूं सोचती है इतना इस तरह इस कदर !!
कुछ गलत नहीं है तेरे मेरे बीच ये जान ले तूं
हमारा प्यार रूह का है इस सचाई से हो तूं रूबरू !!
जी नहीं सकती तूं मेरे बिना और मैं तेरे बिना
इक दुसरे के बिना हम भूल गए है जीना !!
हम अगले जनम की बात करते हैं मिलने को
लेकिन ये जनम भी कम लग रहा है जीने को!!
आ इस जनम मे जी लें हम कुछ इस कदर
अगले जनम का वादा भी निभाएं मरकर !!

Sunday, August 17, 2008

सिर्फ प्यार हो रब

रोज़ रोज़ की नयी खबरों से परेशान हैं हम
इंसानियत पर बढ़ रहा है धर्मों का ये रंग!!
कोई मंदिर की ज़मीन को रोता यहाँ
कोई मस्जीद के झगडे उठाता वहाँ !!
इंसानियत को रोने वाला कोई नहीं है
सियासत की गर्मी आजकल बढ़ रही है !!
गिरे हुए लोगों का सिक्का चलता है यहाँ
मददगारों कहा जाता है गद्दार यहाँ !!
सियासत का रंग हर मज़हब मे नज़र आता यहाँ
हर िसयासत दान धर्म के नाम पर कमाता यहाँ !!
मुल्क या इंसान की किसको यहाँ पड़ी है
उठो यारो अब ये भी क्या सोचने की घडी है!!
बदलना है कुछ तो इस पुरानी सोच को बदलो
इन सियासत के दलालों को जला कर खाक करदो !!
दुनिया मे इक नया ज़लज़ला लाओ अब
इक ऐसी दुनिया जहां सिर्फ प्यार हो रब !!

Sunday, August 10, 2008

लेंगे दुसरा जनम हम

कोई कहे दिल की सुनो कोई कहे दिमाग की
परेशान मन उलझन मे है क्या करे सुने किसकी !!
दिमाग कहे उसे भूल जा दिल कहे उससे दूर न जा
क्या करूँ क्या न करूँ कुछ समझ मे आता नहीं !!
भूल कर तुझे न जी पाउंगा मैं ये जानती है तूं
दूर गया तुझसे मर जाऊंगा ये भी जानती है तूं !!
फिर क्यों मानती है दिल की ये बता दे मुझे
दूर होकर मुझसे न जी पायेगी ये पता है तुझे !!
अब लगता है फैसलें की घडी आयी है आज
मान ले दिल की और खोल दे सारे राज़ !!
ना जी पायेगी मेरे बिन ये जानती है तूं
मै भी न जी पाउँगा तेरे बिन मानती है तूं !!
आ वादा करे आज मिलकर एक दुसरे से हम
ना मिल पाए इस बार तो लेंगे दुसरा जनम हम !!

Thursday, August 7, 2008

िंजदगी िनयामत

ऐ हुसन की परी तूं कोई जादूगरनी है क्या
जो िदल को धड़का गया ये वही प्यार है तेरा !!
पहले तुने मुझे आिशक बनाया िफर दीवाना
प्यार होता है क्या ये मैंने अब जाना !!
पहले दीवाना िफर प्रेमी अब शायर बना
तेरे प्यार मे न जाने मैं क्या क्या बना !!
'तनु' अब लगा ले गले या िमटा दे मुझे
ये दीवाना जान से बढ़ कर चाहता है तुझे !!
ये िंजदगी िंजदगी नहीं अगर तूं इसमें नहीं
तूं है तो इस िंजदगी से बड़ी िनयामत कोई नहीं !!

Tuesday, August 5, 2008

एक परी

आसमान से उतरी एक परी सुंदर काली आँखों वाली
सीने मे नाजुक दिल लिए रंग की वो थोडी सांवली !!
होठों पर मीठी सी मुस्कान लिए सदा मुझे वो मिलती
जब भी मै उदास हुआ उससे देखते मेरी तबीयत खिलती !!
पर कभी कभी ये दिल डरता है ठंडी आहे भरता हैं
तुझसे बिछुड़ने के ख़याल से मरने को जी करता है !!
यूँही हस्ती रहना तुम मेरे मन मै खुशियाँ बिखरना
रब से यही दुआ मै मांगू हर जनम मे मेरी बनकर आना !!

Saturday, August 2, 2008

रोक ले मैनु दोस्ता

तुहीं मेरी जींद मेरी जान मेरे दोस्ता
तेरे उत्ते वार देनी जान मेरे दोस्ता !!
तेरे बाजो कोन मेरे प्यार नु समझे
तुंवी न समझें ते ऐ मेरी बदनसीबी मेरे दोस्ता !!
अज्ज दी रात मेरी आिखरी रात है
जे रोक सक्दें हथ फड के रोक ले मेरे दोस्ता !!
जुबान तो तैनू दोस्त कहना पर
तुहे मेरा प्यार मेरे दोस्ता !!
मौत दा डर मैनु कदे नहीं सी
पर तेरे वास्ते जीना मैं चाहना मेरे दोस्ता !!
अज्ज आिखरी वार तैनू मौका है
हथ फड के रोक ले मैनु दोस्ता !!
एह मौका िफर नईओं आँना
बाद चो ना पछ्तावी मेरे दोस्ता !!

तनु एह मजबूिरयाँ ने

दारू कहंदे शान पंजािबया दी
कई मेह्िफला एदे िबना अधुिरया ने
लोकी ते िपन्दे शोंक नाल
सािडया ते मजबूिरया ने
अस्सी प्यार उन्ना नु िकता ऐ
ओ प्यार साडा नहीं समझे ने
अस्सी जान उन्ना ते वार देनी
साडी गल नु मजाक समझदे ने
जद जान जायेगी यारा दी
जुबान ते ना उन्ना दा होवेगा
अर्थी िनकलेगी शान दे नाल
मरण दा गम वी नहीं होवेगा

आिखरी सलाम

अब वक़्त आ गया है तुझसे िकया हर वादा मै िनभा दूं
मेरा िदल करता है की अपनी हस्ती को ही िमटा दूं !!
ये नामुमिकन है 'तनु' की मै भूल जाऊ तुझे जीते जी
तुझसे िकया हर वादा आज मै िनभाऊंगा मर कर भी !!
जीते जी तो तुझे पा न सका मै तरसता रहा पल पल
मर कर तेरे िदल मै जगह बना लूँगा याद आऊंगा हरपल !!
मेरे मरने पर आंसू ना बहाना मेरे जाने का गम न करना
इतनी इल्तजा है मेरी मेरे मरने के बाद आंखे नम न करना !!